ssnewsसारंगढ़ ,बिलाईगढ़ जिला का नाम रियासत या गढ़ से नही ,,श्रद्धा का केंद्र बाबा गुरू घासीदास जी के नाम पर हो : संतोष सोनवानी
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला का नाम रियासत या गढ़ से नही श्रद्धा का केंद्र बाबा गुरू घासीदास जी के नाम पर हो - संतोष सोनवानी
स्वराज संदेश रायपुर-। बरसो से सारंगढ़ को जिला गठन करने की मांग चल रही थी जिसको मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ शासन ने दिनांक 15 अगस्त 2021 को सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के रूप में पृथक जिला बनाने की घोषणा की। जनता कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष संतोष सोनवानी ने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन,अध्यक्ष, अनुसूचित जाति आयोग,छत्तीसगढ़ एवं महामहिम राज्यपाल राजभवन,छत्तीसगढ़ के नाम पत्र लिखकर निम्न बिंदुओं पर जिला का नामकरण बाबा गुरू घासीदास जी के नाम करने मांग रखा हैं।
ज्ञातव्य है कि सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र, बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति बाहुल्य होने के कारण सुरक्षित क्षेत्र है तथा पूर्व में सारंगढ़ संसदीय क्षेत्र, वर्तमान का जांजगीर चाम्पा संसदीय क्षेत्र वो भी अनुसूचित जाति बाहुल्यता के कारण छत्तीसगढ़ का एक मात्र अनुसूचित जाति आरक्षित संसदीय क्षेत्र है।
यह क्षेत्र प्राचीन काल से ही गुरू घासीदास बाबा जी के नाम से जाना जाने वाला क्षेत्र रहा है गिरौदपुरी में जहाँ गुरू घासीदास बाबा जी का जन्म हुआ वह जन्मस्थली भी है, कर्मस्थली भी है, तपोभूमि भी है और सारंगढ़ को ज्ञान स्थली माना जाता है।
गुरू घासीदास बाबा जी जब सामाजिक यात्रा में निकले थे और सारंगढ़ पहुंचे । इसी सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला निर्धारित किया गया है जहाँ सम्पूर्ण जीवन गुरू घासीदास बाबा का व्यतीत हुआ है। पूरे विश्व मे गिरौदपुरी धाम बाबा के कारण ख्याति प्राप्त है और यहाँ तक कि छत्तीसगढ़ शासन ने कुतुब मीनार से भी ऊंचा जैतखाम निर्माण करवाया है।
सारंगढ़ क्षेत्र और बिलाईगढ़ क्षेत्र में बाबा को मानने वाले सर्वाधिक संख्या में है, भारत देश मे अनुसूचित जाति के लोग ही नहीं बल्कि सभी जाति वर्गों के लोग बाबा जी के दर्शन करने गिरौदपुरी जाते हैं और अपनी श्रद्धा से माथा टेकते हैं। गिरौदपुरी बहुत ज्यादा श्रद्धा का केंद्र है इस क्षेत्र की पहचान ही गुरू घासीदास बाबा के कारण है। बाबा गुरू घासीदास को छत्तीसगढ़ के इतिहास में प्रातः स्मरणीय प्रथम वंदनीय छत्तीसगढ़ के महान संत के रूप में स्वीकार्यता दी गई है।
इस क्षेत्र की पहचान बाबा गुरू घासीदास के नाम पर है और नए जिले का निर्माण किया जा रहा है तो बाबा को मानने वाले अनुसूचित जाति वर्ग के लोग और उस क्षेत्र के सामान्य लोगों की जनभावना को ध्यान में रखकर के जनता कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष संतोष सोनवानी एवं समस्त सतनामी समाज के लोग छत्तीसगढ़ शासन से मांग करते हैं कि नए जिले का नाम जो अभी से नाम को लेकर विवादित हो रहा है उसको स्थान के नाम पर ना रखकर संत शिरोमणि बाबा गुरू घासीदास जी के नाम पर करने की कृपा करें ताकि जनभावनाओं का सम्मान हो सके।
अत्यंत दुःखत बात है कि छत्तीसगढ़ शासन ने जिला का नामकरण करते वक्त रियासत और गढ़ का ध्यान रखा लेकिन इस क्षेत्र के महान संत गुरू घासीदास का ध्यान नही रख पाया।
संतोष सोनवानी
प्रदेश अध्यक्ष
जनता कांग्रेस, छत्तीसगढ़
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