ssnews शिक्षक है कि मानते ही नही ,बच्चों को ही आना पड़ता है समय में स्कूल,शिक्षकों को नही है समय का डर,,,,
कर्तव्य हीन शिक्षकों की वजह से बच्चों का भविष्य हो रहा है खराब, समय पर स्कूल नहीं पहुंचते शिक्षक
मामला मानिकचौरी संकुल के अंतर्गत ग्राम पंचायत जैतपुरी का है
विकास खंड शिक्षा अधिकारी को मामले से अवगत कराया गया है समय पर स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों के ऊपर आवश्यक विभागीय कार्रवाई करने की बात कही गई
स्वराज संदेश मस्तूरी -विकासखंड के सरकारी स्कूलों की बदहाली से अब लोग अनजान नहीं है ।सरकारी स्कूलों में पढ़ाई से तो सब वाकिफ हैं लेकिन उसके कारणों को बहुत कम लोग ही जानते हैं। स्कूलों की बदहाली के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है दरअसल जिनकी पीठ पर इन स्कूलों और यहां पढ़ने वाले बच्चों की भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी दी गई है वही समय पर स्कूल नहीं पहुंचते बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकासखंड के ग्राम पंचायत जैतपुरी में 4 शिक्षक है पर समय पर स्कूल नहीं आते हैं जैतपुरी प्राथमिक शाला में सोमवार को सिर्फ एक शिक्षक आर एस पोर्ते ही समय पर उपस्थित थे। कुछ देर बाद 11:00 बजे पीके जगत आए, सरकारी स्कूल के शिक्षक की उपस्थिति के बारे में यहां के सरपंच और ग्रामीण से पूछने पर बताया गया कि वह कब स्कूल आते जाते हैं पता नहीं चलता ,शिक्षक कई दिनों से स्कूल नहीं आते उसके बाद भी उपस्थिति पंजी में उपस्थित दर्ज हो जाती हैं ।वही प्रधान पाठक पी आर पटेल कई दिनों से बिना सूचना के स्कूल से गायब रहते हैं ।इस संबंध में ग्राम पंचायत जैतपुरी के सरपंच पूरन केवर्त से पूछा गया तो बताया कि पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा शिक्षकों को समय पर स्कूल आने और बच्चों को पढ़ाने के लिए बोला गया है ।उसके बावजूद शिक्षक समय पर स्कूल नहीं आते यह घोर लापरवाही है जब वही इस मामले में मस्तूरी बीईओ अश्वनी भारद्वाज का कहना है कि अगर बिना बताए प्रधान पाठक स्कूल से गायब रहते हैं। तो इसकी जानकारी सीएससी से लेकर समय पर स्कूल नहीं आने वाले या नरादर रहने वाले शिक्षकों के ऊपर कार्यवाही की जाएगी।
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