ssnews सचिव,शिक्षक के पदों पर आसीन लोगो के बच्चों को देना ही है शिक्षा के अधिकार के तहत एडमिशन तो ,गरीबो से क्यो ले आवेदन,,,
डीएवी स्कूल मस्तूरी का शिक्षा के अधिकार के तहत जितना भी चयन हुआ है जिसका पुराना फाइल खोला जाए तो और बहुत सारे फर्जीवाड़े की पोल खुल सकता है।DAV स्कूल वेद परसदा मे शासकीय कर्मचारी के बच्चे का RTE में दाखिला, शिक्षा अधिकारी से हुआ शिकायत
00फर्जी तरीके से दस्तावेज पेश कर ले रहे हैं सरकारी कर्मचारी लाभ ,गरीब बच्चों को वांछित होना पड़ रहा है शिक्षा के अधिकार से क्योकि ले रहे अमीर के बच्चे लाभ ।
00सचिव, शिक्षक आदि के बच्चों को देना है एडमिशन तो फिर क्या जरूत है आम लोगों को आवेदन करने की,
आखिर कब होगी कार्यवाही नोडल अधिकारी के खिलाफ।
00जब अमीरों के बच्चों को देना ही है एडमिशन तो गरीबो से क्यो ले आवेदन ।
00सरकार की मंसा हैं कि जो गरीब परिवार के बच्चे है वे बड़े बड़े स्कूलों में नही पढ़ सकते थे , उन परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले जिसके लिए शिक्षा के अधिकार के तहत शिक्षा दिया जाना सुनिश्चित किया है शासन ने पर इस तरह की मंसा को लगा रहे हैं नोडल अधिकारी पालको से मिलकर पलीता ,अमीरों के बच्चों को दिला रहे शिक्षा।
00इनकम टैक्स देने वालो की बच्चों को भी दिया जा रहा है शिक्षा के अधिकार के तहत एडमिशन।
स्वराज संदेश मस्तूरी। विकासखंड मस्तूरी के डीएवी स्कूल वेद परसदा में शिक्षा के अधिकार के तहत डीएवी स्कूल के नोडल अधिकारी व पालकों की मिलीभगत से शासन को गुमराह कर फर्जी व गलत दस्तावेज जमा कर शासकीय कर्मचारियों के बच्चे को शिक्षा के अधिकार के तहत दाखिला लिया गया है। यह जानकारी जैसे ही अन्य पालकों को हुआ तो नोडल अधिकारी के ऊपर शासकीय कर्मचारी और नोडल अधिकारी के सांठगांठ होने की बात कहते हूऐ दूसरे अन्य पालकों ने जिला शिक्षा अधिकारी के पास डीएवी के नोडल अधिकारी के नाम से नियमविरुद्ध शासकीय कर्मचारियों के बच्चे का दाखिला करने को लेकर शिकायत किए हैं। शिकायतकर्ता के बताए अनुसार डीएवी स्कूल वेद परसदा में दो से तीन शासकीय कर्मचारी के बच्चों का दाखिला किया गया है।
डीएवी स्कूल के प्रिंसिपल श्वेता श्रीवास्तव का कहना है कि शिक्षा के अधिकार के तहत नोडल अधिकारी नियुक्त हुए हैं ,वही पूरी छानबीन कर हमें लिस्ट भेजते हैं उसी के हिसाब से हम बच्चे का दाखिला लेते हैं इसके बारे में हमें जानकारी नहीं है।
डीएवी स्कूल के नोडल अधिकारी शासकीय हाई स्कूल वेद परसदा के प्रिंसिपल सीमा चंदेल है उनका कहना है कि जो भी फार्म शिक्षा के अधिकार के तहत हमारे पास आए हैं सभी फोटो कॉपी में ही प्राप्त हुए थे , जिसे हमने डीएवी स्कूल को भेज दिए थे, और उसमें यह बात का उल्लेख भी लिखे थे की मूल प्रति के जांच करने के उपरांत ही दाखिला करें।हमारे हिसाब से सभी दाखिला नियम अनुसार ही हुआ है।
वहीं इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी डीके कौशिक का कहना है कि इस विषय में शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है शिकायत की जांच करवाया जाऐगा ,झूठी दस्तावेज पाए जाने पर दोषियों पर उचित करवाई किया जाएगा।
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