ssnewअब तो भगवान के भरोसे तक नही रहा पशु चिकित्सा केंद्र,ना अधिकारी समय पर पहुंचते ना कर्मचारी ,,फिर भी खुश हैं इनके बड़े अधिकारी,,
स्वराज संदेश रायपुर। धमधा विकासखंड के पशु चिकित्सा केंद्र का हाल कुछ यू है जहा ना तो डॉक्टर,ना ही खुलने का टाइमिंग,ना ही जानवरो के लिए कोई सुविधा । धमधा जहा पूरे नगर सहित छेत्र का एकलौता केंद्र है जहां सभी आस पास के ग्रामीणजन आते है। इतने बड़े विकासखंड में इस प्रकार पशु धन विभाग की लापरवाही समझ से परे है। अव्यवस्था का आलम कुछ इस कदर है की विभाग के कार्यालय में आए दिन ताले लगे होते है अधिकारी को कोई पहचानता ही नही क्योंकि वो आते ही नही,और कार्यालय के आगे पढ़े बिल्डिंग मटेरियल के कारण बिल्डिंग की पहचान छिप जाती है और उससे भी बड़ी विडंबना यह है की विभाग के कार्यालय में उसके नाम का बोर्ड तक नही लगाया गया है।
वही देखा जा सकता है जब विभाग ही उदास बैठा है। छत्तीसगढ़ की महत्व कांछी योजना में से एक नरवा गरवा घुरवा बारी है जिसके अंतर्गत पशुवो की सुरक्षा के लिए योजना ऊपर योजना बनाई गई जो की धमधा के इस विभाग में धरी की धरी रह गई। यहां के नौकरशाह अधिकारी के पशु विरोधी रवैया के चलते प्रतिदिन क्षेत्र के नगर के पशुपालक ,किसान , गौ सेवक अस्पताल के चक्कर काट काट के परेशान है । और जो अधिकारी कर्मचारी पदस्थ है वो आते नही है। पूरे क्षेत्र के पशुपालक वर्ग के व्यक्ति योजनाओं की जानकारी और लाभ के लिए भटक रहे हैं।
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