ssnews कैसर क्या है, कैंसर कैसे होता है, कैंसर कितने प्रकार के हो सकते हैं,,, कैंसर के लक्षण क्या क्या हो सकते हैं,, जिसके बचाव हेतु कार्यशाला सह प्रशिक्षण आयोजित किया गया,,,
संकुल दर्रीघाट में हुआ कैंसर से बचाव हेतु कार्यशाला सह प्रशिक्षण
स्वराज संदेश बिलासपुर । विकास खण्ड मस्तूरी के संकुल दर्रीघाट मे उच्च कार्यालय के आदेशानुसार प्रिवेंट कैंसर अभियान के तहत कैंसर के प्रकार, लक्षण व उपाय विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन दिनाँक 23 एवं 24 अगस्त को किया गया
कार्यशाला में आदेशानुसार संकुल दर्रीघाट एवं लिमतरा के सभी प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय एवं हायर सेकेंडरी स्कूल से 50% - 50% शिक्षकों को बुलाया गया। कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर के रूप में यूनिसेफ से संबद्ध नागपुर से डा. प्रमोद कुमार रामटेके सर रहे।
कार्यशाला का उदघाटन प्रथम दिवस संकुल दर्रीघाट के संकुल प्रभारी एवं प्राचार्य श्रीमती कृष्णा मण्डल संकुल दर्रीघाट समन्वयक सूरज कुमार क्षत्री एवं लिमतरा समन्वयक अरुण जायसवाल के उपस्थिति में हुआ।
कार्यशाला में नागपुर से पधारे डा रामटेके सर द्वारा कैसर क्या है, कैंसर कैसे होता है, कैंसर कितने प्रकार के हो सकते हैं, कैंसर के लक्षण क्या क्या हो सकते हैं। इसका मनुष्य पर क्या और कैसे प्रभाव पड़ता है, तथा इसका उपाय क्या हो सकता है, पर विस्तृत रूप से प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रेजेंटेशन देते हुए बताया गया।
कार्यशाला के द्वितीय दिवस का उद्घाटन विकास खण्ड मस्तूरी के सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एस आर टण्डन सर , संकुल समन्वयक दर्रीघाट सूरज कुमार क्षत्री, लिमतरा समन्वयक अरुण जायसवाल व मास्टर ट्रेनर रामटेके सर के उपस्थिति में हुआ।कार्यशाला को संबोधित करते हुए सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों से कहा कि कैंसर की बीमारी बहुत ही गम्भीर बीमारी है जिससे बचाव के लिए हमे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना है। वहीं संकुल समन्वयक संकुल दर्रीघाट ने सभी शिक्षकों से आग्रह किया कि इस कार्यशाला में प्राप्त जानकारी को अपने शाला में बच्चों, पालकों, smc/smdc मेम्बरों,shg समूहों,सहित आम नागरिकों तक जरूर पहुचाए।
कार्यशाला में दोनों संकुल के शिक्षक प्रति दिवस बड़े उत्साह के साथ मास्टर ट्रेनर के बातों को गंभीरता पूर्वक सुना एवं अपने जिज्ञासा को सवाल जवाब के माध्यम से भी पूरा किया। शिक्षकों में इस कार्यशाला के प्रति अच्छा प्रतिसाद रहा। प्रोजेक्टर के माध्यम से कैंसर के बारे में सचित्र जानने समझने में उन्हें आसानी हुआ।
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