न्याय के लिए लगातार के रहे परिजन ओर समाज के लोग पर सुनने को तैयार नहीं है रेलवे विभाग बिलासपुर जीएम ओर शासन
स्वराज संदेश बिलासपुर। बिलासपुर रेलवे विभाग में ठेकेदार के अन्दर में काम करने वाले प्रताप बर्मन की एसी कोच में एसी सुधार के समय 25000हजार वोल्ट के संपर्क में आने से बूरी तरह से झुलस गया जिसका उपचार अपोलो अस्पताल बिलासपुर में चल रहा था लेकिन इलाज के दौरान प्रताप बर्मन का मौत हो गई जिसके न्याय के लिए परिजनों ने बिलासपुर जीएम
ऑफिस के बाहर मुआवजा और नौकरी के लिए लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे पर रेलवे विभाग बिलासपुर द्वारा सिर्फ सोलह लाख रूपए और राज्य सरकार पांच लाख रुपए सहायता राशि देने के लिए राजी हुए पर पीड़ित परिवार के लोगों ने माना कर दिया उनकी मांग है कि एक करोड़ रुपए वा नौकरी दे लेकिन रेलवे विभाग बिलासपुर जीएम,ओर प्रशासन ने उनकी मांग पर अभी तक पुनः विचार नहीं किया है वही पांच दिनों से अधिक हो गया है पर स्व. प्रताप बर्मन की शव को नहीं सौंप रहे परिजन को प्रशासन देखिए कैसे एक अनुसूचित जाती के लोगो के साथ करते हैं शासन भेदभाव शासन में बैठे हुए अधिकारियों का मानना है कि यदि शव परिजन को सौंपते हैं तो सीधे रेलवे विभाग बिलासपुर जीएम ऑफिस के सामने या मेन रोड पर रख कर चक्काजाम न कर दें जिसके कारण ही शव को सीधे उनके गांव ले जाने पर दिया जाएगा इस तरह का मामला सामने आया है वही पीड़ित परिवार के सम्मान में अखिल भारतीय सतनाम सेना मैदान में दो दिनों से आंदोलन साथियों के साथ सतनाम सेना बिलासपुर के द्वारा अपना दायित्व निभाते हुए आप सभी को ज्ञात होगा 30 अगस्त को अखिल भारतीय सतनाम सेना के प्रदेशध्यक्ष,कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन गुरु खुशवंत साहेब जी बिलासपुर आगमन पर सतनाम सेना पदाधिकारियों के द्वारा भाई प्रताप बर्मन के साथ हुए घटना को लेकर गुरु खुशवंत साहेब जी के समक्ष रखा गया जिस पर गुरु जी ने तुरंत ही संज्ञान में लेकर पूर्ण जानकारी देने को कहा गया न्याय हर हालत में मिलने को आश्वस्त किया गया था 31 तारीख को सतनाम सेना बिलासपुर के पदाधिकारियों द्वारा अपने 40 सदस्यों के साथ आंदोलन को समर्थन दिया गया शाम होते ही सतनामी समाज के धर्म गुरु खुशवंत साहेब जी ने पीड़ित परिवार ओर आंदोलन कारियो से वीडियो काल के माध्यम से बात किया गया ओर आश्वस्त किया गया हमे न्याय मिलेगा जरूर मिलेगा।
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