ssnews कालिन्द्री इस्पात के खिलाफ जनप्रतिनिधि कर रहे हैं विरोध तो ,वही मजदूर लोग कर रहे प्लांट के पक्ष में समर्थन ,कालिन्द्री इस्पात में 90 प्रतिशत कर रहे हैं स्थानीय मजदूर काम,,,
=सरपंचों ने लगाया आरोप सीएसआर मद से नही मिलता है ग्राम पंचायत को निर्माण कार्य के लिए राशि ,कर रहे हैं कालिन्द्री इस्पात राशि का दुरुपयोग।
=कालिन्द्री इस्पात का कहना है कि सरपंचों को हर बार कभी नल खनन, कभी पचरी निर्माण या मरम्मत ,मुरूम मिट्टी स्कूलों में डालने के लिए सहयोग किया जाता है एवं अन्य प्रकार से भी सहयोग किया जाता है।
=जनप्रतिनिधि कर रहे हैं विरोध तो वही मजदूर लोग कर रहे प्लांट के पक्ष में समर्थन ।
=कालिन्द्री इस्पात आयरन के खिलाफ जनांदोलन कर मांगो को पूरा नही करने पर प्लान्ट बंद करने जनप्रतिनिधि व किसान कर रहे आंदोलन।
=कालिन्द्री इस्पात में 90 प्रतिशत कर रहे हैं स्थानीय मजदूर काम ।
=कालिन्द्री इस्पात के जीएम के अनुसार एनओसी के लिए जब से सरपंचों के पास आवेदन पत्र पहुचा है तब से सरपंच एनओसी देने के लिए इंकार कर रहे हैं जबकी यही सरपंच पर्यावरण जनसुनवाई में कोई भी प्रकार से विरोध प्रदर्शन नहीं किए।
=ग्रामीणों की छोटी-छोटी जो समस्याएं उनका निदान किया जाएगा इस तरह के आश्वासन दे रहे हैं कालिन्द्री इस्पात।
=फिर भी बार-बार आश्वासन देने के बाद ग्रामीणों के मांगों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं, कालिन्द्री इस्पात
जिसके ही कारण ग्रामीण आंदोलन करने पर विवश हैं।
=आंदोलन कर रहे लोगों का कहना है की धान की फसलों में धूल जम जा रहा है जिसके कारण वे अपने फसल कम दाम पर बेचने को मजबूर हैं।
=मानिकचौरी, भट्टचौरा, हरदी ,कोकड़
रहटातोर के ग्रामीण धूल खाने को मजबूर है।
= कालिन्द्री इस्पात ने कहा की हरदी, गोबरी कोकड़
के उस पार एक और कालिन्द्री इस्पात से बड़ा प्लांट लगा है क्या उसमें से धूवा नहीं आता है क्या ग्रामीणों धूल नहीं खा रहे हैं क्या उसके लिए कभी विरोध किए हैं क्यों हमारे ही प्लान्ट का हमेशा विरोध किया जाता है।

स्वराज संदेश मस्तूरी।पचपेड़ी क्षेत्र स्थित कालिन्दी इस्पात के खिलाफ़ आसपास के आठ ग्राम पंचायतों के सरपंचों के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन घेराव करने भटचौरा ,मानिकचौरी मार्ग में टेंट लगाकर सैकड़ो किसानों ने जन आंदोलन की शुरुवात कर प्लान्ट बंद करने की मांग कर रहे हैं वही सरपंचों के नेतृत्व में धरने में बैठे किसानों ने अपनी आठ सूत्री मांगों को लेकर शासन प्रशासन के माध्यम से कालिन्द्री इस्पात से मांग कर रहे हैं जिसमें स्वास्थ, शिक्षा, नोकरी, सीएएसआर मद एवं स्थानीय लोगो को रोजगार की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं वही कालिन्द्री इस्पात के नए स्पंच आयरन का विस्तार करने के लिए जन सुनवाई विगत छ माह पहले हो चुका है जिससे आसपास के किसानो ने सहमति जताते हुए समर्थन दिए थे पंरतु आज फिर किसानों ने जन आंदोलन का आगाज कर दिए किसानों का आरोप है कि उनको फसल के नुकसान का मुआवजा नही मिलना एवं आसपास प्लान्ट के निकलने वाले धुंए से परेशान है साथ ही किसानो की मांग है कि स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार दिया जाए। तो वही प्लान्ट में कार्यरत कर्मचारियों ने कहा कि जनप्रतिनिधि बिना वजह आंदोलन कर हम लोगो का रोजगार छीनने का प्रयास किया जा रहा है आपसी मनमुटाव के कारण जिसमें हम मजदूरों का क्या दोष है प्लांट बंद हो जाने पर बेरोजगार हो जाएगा पूरा परिवार मजदूरों का आखिर कौन सुनेगा या दुख कोन देखेगा ।
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