ssnews आखिर ऐसा क्या खा रहे हैं जमीन चोर ओर क्या खिला रहे हैं राजस्व विभाग के अधिकारियों को जो शिकायत के बाद भी बच जाते हैं जमीन चोर,,,,



 ग्राम भदौरा में आदिवासी जमीन व घास मद की जमीन को फर्जी रूप से अपने नाम में दर्ज करने वाले के खिलाफ कार्यवाही की मांग 

भदौरा कांड में कई लोग गए थे जेल, जिसमें कई बेगुनाह भी जेल की रोटी खा चुके, और जमीन चोर मजा मार रहे हैं।


जमीन चोरों की नजर फोर लेन से लगे हुए एक तालाब में नजर हैं, साथ ही आस पास के शासकीय जमीन को मेरा है कहकर जबरजस्ती धान भी बो दिया है ,जिसकी जल्द ही किसान जिला प्रशासन से शिकायत कर सकता है, वर्तमान में पानी भरा हुआ तालाब में जो शासकीय जमीन है जिसमे कई बार रोजगार गारंटी योजना के तहत गहरी कारण हो चुका है उसमे भी जमीन चोरों का नजर लगा हुआ है ,उक्त जमीन को भी बेचने के लिए कूट रचना कर बेचने की तैयारी में लगे हुए राजस्व अधिकारीयो के मिलभगत कर जमीन चोर।

जिस प्रकार से राज्य सरकार ने आदेश जारी किया है, गो तस्करों, अवैध शराब, गाजा, कोरेक्स में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ लगातार कार्यवाही किया जा रहा  संपत्ति जप्ती का, उसी तरह से राज्य सरकार को भी जमीन  चोरी के मामले में जो भी शामिल हो  उन लोगो का भी  संपति जप्ती किया जाना चाहिए ताकि आने वाले समय में सरकार की फजीहत न हो ,ओर गलत तरीके से अर्जित संपतियों को राज्य सरकार को जप्ती किया जाना चाहिए तभी जमीन चोरों का हौसला पस्त हो सकता है।
बाकी तो  जनप्रतिनिधि ,अधिकारियों से मिलकर जमीन चोर मामले को ही फर्जी बात देते हैं, जिसके कारण सब छूट जाते हैं।


स्वराज संदेश मस्तूरी।आखिर क्या खा रहे हैं जमीन दलाल ओर राजस्व विभाग के अधिकारी जो शासकीय जमीन को को ही पचा दे रहे हैं कई एकड़ जमीन ,जिला कलेक्टर से किया लिखित में अशोक सिंह ने शिकायत ग्राम भदौरा में आदिवासी के जमीन को कुट रचना करके बिना कलेक्टर के आदेश के आदिवासी को केवट बनाकर अपने नाम से फर्जी रजिस्ट्री कराया गया है ज्ञात हो कि ग्राम भदौरा में आदिवासी शत्रुहन लाल ध्रुव पिता- मंशा राम ध्रुव निवासी- ग्राम भदौरा की जमीन को शत्रुहन पिता - मंशराम केवट बनाकर दिनांक 21/09 2011 को श्रीमति ममता सिंह पति - श्री नरेन्द्र उर्फ कल्लू सिंह निवासी भदौरा के नाम पर रजिस्ट्री कराया गया है। जो कि शासन के नियमो के खुली अवहेलना है कोई भी आदिवासी जमीन को जिला कलेक्टर  के स्वीकृति से रजिस्ट्री कराया जा सकता है। जबकि इस प्रकरण में राजस्व कर्मचारी अधिकारी से मिली भगत कर कुट रचित दस्तावेज तैयार कराकर अवैध रूप से रजिस्ट्री कराया गया है। जो कि कुट रचना के श्रेणी में आता है। रजिस्ट्री की छायाप्रति संलग्न है। ग्राम पंचायत भदौरा के वोटर लिस्ट संलग्न है जिसको देखा जा सकता है, मतदाता सुची क- 223 में WHE0384073 में शत्रुहन ध्रुव पिता-  मंशा राम ध्रुव स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है जिसकी कापी संलग्न है। इस सबंध मे ग्राम भदौरा के सरपंच व कोटवार से जानकारी लिया जा सकता है इनका शत्रुहन पिता मंशा राम के राशन कार्ड व आधार को भी जांच किया जा सकता है।

इसके अलावा श्रीमति ममता सिंह के नाम पर खसरा न- 240/8 जो कि खसरा बी-01 व निस्तार पत्रक के अनुसार घास मद में दर्ज है। इसको भी राजस्व अधिकारियोय से मिलीभगत कर कुट रचित दस्तावेज तैयार करके दिनांक - 02/02/2010 में दर्ज कराया गया है। जिसकी बी-01 की छायाप्रति संलग्न है।

जिला कलेक्टर से अशोक सिंह ने लिखित में शिकायत दर्ज कराया है जिसमें उक्त प्रकरण का विस्तृत जांच करके दोषी व्यक्ति कर्मचारी के उपर उचित कार्यवाही करने की कृपा करें ।

दिनांक ७-१-०२९

प्रार्थी

अशोक सिंह अशोक सिंह ठाकुर

प्रतिलिपी - 1. श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय जिला बिलासपुर (छ०ग०)

2. श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी मस्त्री जिला बिलासपुर छपलासपुर लेक्टर कार्यालय

(10) 14819

सलग्नप्रति-

1. 21 सितम्बर 2011 की रजिस्ट्री की छायाप्रति ।

2. ग्राम भदौरा की भतदाता सुची की छायाप्रति ।

3. खसरा बी-01 की छायाप्रति ।

4. ग्राम भदारा की निस्तार पत्रक की छायाप्रति ।
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